1857 की 150वीं वर्षगांठ पर विविध स्थानों पर संघ स्वयंसेवकों ने कार्यक्रम किए।
तृतीय विश्व हिंदु सम्मेलन।
श्री गुरुजी जन्मशताब्दी के देशभर के कार्यक्रमों का दिल्ली में विशाल हिंदु सम्मेलन से समापन। पुरे भारत में हिंदु सम्मेलनों में 1 करोड़ 60 लाख हिंदुओं का सहभाग। समरसता सम्मेलनों में 13,000 संत और विविध जाति संप्रदायों के 1,80,000 सामाजिक नेताओं का सहभाग।