सह सरकार्यवाह सुरेश सोनी जी बनखेडी, भाऊसाहब भुस्कुटे स्मृति लोकन्यास गोविन्द नगर के रजत जयंती समारोह के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि गांव का विकास होना चाहिए और वह कैसा हो - जैसे कि गांव की आत्मा तथा शहर का शरीर, यदि गांव की आत्मा खत्म हो गयी तो गांव का ढांचा कभी भी ठीक नहीं हो सकता है. इस संबंध में समिति सदस्यों को समाज परिवर्तन का वाहक बनने का आह्वान किया और गांव के व्यक्ति को कृषि गौवंश नस्ल सुधार, शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रेरणा दी.राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह सुरेश सोनी जी ने कहा कि देश में मुफ्त में सामग्री मिलने से सस्ती लोकप्रियता तो मिल सकती है, पर समाज का स्वाभिमान नहीं जग सकता. स्मृति न्यास ग्रामीणों में स्वाभिमान जागरण कर अपने ग्राम को तीर्थ बनाने का प्रयत्न करे. उन्होंने मेरा गांव मेरा तीर्थ का उल्लेख करते हुए कहा कि गांव के व्यक्ति को गांव में ही रोजगार दिलाने के प्रयास करने होंगे, गांव के व्यक्ति में स्वाभिमान व स्वावलंबन आने से गांव के व्यक्तियों का शहरों की ओर पलायन नहीं होगा और उसके अन्दर अपने गांव के प्रति लगाव होगा और उसे तीर्थ के रूप में दिखेगा. गांव के विकास से ही देश का विकास होगा.
सह सरकार्यवाह सुरेश सोनी जी बनखेडी, भाऊसाहब भुस्कुटे स्मृति लोकन्यास गोविन्द नगर के रजत जयंती समारोह के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि गांव का विकास होना चाहिए और वह कैसा हो - जैसे कि गांव की आत्मा तथा शहर का शरीर, यदि गांव की आत्मा खत्म हो गयी तो गांव का ढांचा कभी भी ठीक नहीं हो सकता है. इस संबंध में समिति सदस्यों को समाज परिवर्तन का वाहक बनने का आह्वान किया और गांव के व्यक्ति को कृषि गौवंश नस्ल सुधार, शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रेरणा दी.
समारोह की अध्यक्षता कर रहे 1008 ब्रम्हचारी जी महाराज ने गौ के महत्व पर कहा कि गाय के संबंध में ऋग्वेद में 5000 मंत्र बताये है और गाय को विश्व की मां बताया है.
केन्द्रीय मंत्री कलराज मिश्र जी ने छोटे-छोटे उद्योग, कला, कृषि, पशु धन तथा गांव की आवश्यकता की पूर्ति करने के लिए गांव स्तर पर उद्योग लगाने की बात कही. लकड़ी, बांस, लोहा आदि उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए स्फूर्ति के माध्यम से शासन के सहयोग से बढ़ावा दिया जा सकता है.
मध्य प्रदेश सरकार में वन मंत्री गौरीशंकर शेजवार जी ने न्यास के संघर्षकाल के इतिहास के बारे में बताया और साथ में ही वन समिति बनाने का सुझाव दिया. कार्यक्रम के प्रारम्भ में विश्वकर्मा यंत्र पूजन व दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभांरभ किया गया. तत्पश्चात अतिथियों का स्वागत-सम्मान किया गया. कार्यक्रम में विद्यालय के छात्रों एवं खादी और ग्रामोद्योग आयोग द्वारा ग्राम्य जीवन शैली की प्रदर्शनी लगायी गयी. कार्यक्रम का संचालन चाणक्य बक्षी जी एवं आभार माधवदास अग्रवाल जी ने किया. कार्यक्रम में क्षेत्र प्रचारक अरूण जैन, प्रांत प्रचारक अशोक पोरवाल एवं विद्या भारती के सह संगठन मंत्री निरंजन शर्मा, प्रांत सगठन मंत्री हितानंद शर्मा सहित 53 ग्राम पंचायत समिति के सदस्य एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे.